शरण पड़े को सतगरू संभाले, जानकर बालक भोला रे ।
सेवा और दर्शनों का अर्थ एक बार एक सत्संग कार्यक्रम के बाद, गुरु जी स्टेज पर ही बैठे थे ताकि सभी भक्त आसानी से उनके दर्शन कर सकें। जब सारी संगत दर्शन और सेवा अर्पित कर चुकी, तब भी गुरु…
सेवा और दर्शनों का अर्थ एक बार एक सत्संग कार्यक्रम के बाद, गुरु जी स्टेज पर ही बैठे थे ताकि सभी भक्त आसानी से उनके दर्शन कर सकें। जब सारी संगत दर्शन और सेवा अर्पित कर चुकी, तब भी गुरु…
रक्षाबंधन का वास्तविक अर्थ रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहन के बीच प्रेम और रक्षा के वादे का प्रतीक है। बहनें अपने भाई की खुशी से प्रतीक्षा करती हैं, लेकिन एक ही पल में सारी खुशी गम में बदल…
इस्लामिक प्रवक्ता जाकिर नाइक का भंडाफोड़: हिंदू धर्म ग्रंथों की गलत व्याख्या प्रस्तुत लेख में इस्लामिक धर्म के एक प्रमुख वक्ता जाकिर नाइक पर हिंदू धर्म के पवित्र शास्त्रों के श्लोकों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने का आरोप लगाया गया है।…
सतभक्ति का उद्देश्य और उसके लाभ सच्ची भक्ति करने का मूल उद्देश्य क्या है, और इससे क्या-क्या लाभ मिलते हैं? हमें किस लक्ष्य को ध्यान में रखकर नाम दीक्षा लेनी चाहिए और सतभक्ति करनी चाहिए? सतभक्ति का सबसे बड़ा लाभ…
संत रामपाल जी महाराज: एक संक्षिप्त परिचय संत रामपाल जी महाराज का जन्म 8 सितंबर 1951 को हरियाणा के सोनीपत जिले के धनाना गाँव में एक किसान परिवार में हुआ था। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने हरियाणा सरकार…
बाइबिल और कुरान में सृष्टि रचना का प्रमाण पवित्र बाइबिल और कुरान शरीफ, दोनों ही ग्रंथ सृष्टि के रचयिता और उसके स्वरूप का प्रमाण देते हैं। कुरान शरीफ में बाइबिल का भी ज्ञान समाहित है, और इसलिए ये दोनों पवित्र…
पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता में सृष्टि रचना का प्रमाण पवित्र गीता के अध्याय 14, श्लोक 3 से 5 में सृष्टि की रचना का स्पष्ट प्रमाण मिलता है। इन श्लोकों में, ब्रह्म (काल) यह कहता है कि प्रकृति (दुर्गा) उसकी पत्नी है और…
पवित्र शिव महापुराण में सृष्टि रचना का प्रमाण पवित्र शिव महापुराण (गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित, अनुवादक श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार) में सृष्टि की उत्पत्ति का प्रमाण मिलता है। इस ग्रंथ के अध्याय 6, रुद्र संहिता, पृष्ठ 100 पर कहा…
पवित्र श्रीमद्देवी महापुराण में सृष्टि रचना का प्रमाण पवित्र श्रीमद्देवी महापुराण के तीसरे स्कंध, अध्याय 1-3 (गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित) में ब्रह्मा, विष्णु और शिव के माता-पिता के बारे में विस्तार से बताया गया है। राजा परीक्षित के पूछने…
कलयुग के 5500 वर्ष बीतने पर पृथ्वी पर एक महापुरुष का आगमन पवित्र कबीर सागर ग्रंथ के अनुसार, कबीर साहेब ने भविष्यवाणी की थी कि जब कलयुग के 5500 वर्ष बीत जाएँगे, तब मानवता को मोक्ष दिलाने के लिए उनका…