देखिये कैसे और क्यूँ सहजाद खान ने मुस्लिम छोड़ अपनाया ‘मानवता धर्म’ को

देखिये कैसे और क्यूँ सहजाद खान ने मुस्लिम छोड़ अपनाया ‘मानवता धर्म’ को यह वीडियो डॉ. सहजाद खान का है, जिसमें वह स्वयं बता रहे हैं कि संत रामपाल जी महाराज की प्रेरणा से उन्होंने ‘मानवता धर्म’ को अपनाया। वे…

जानिये कैसे हुई इन सभी अखिल ब्रह्माण्डों की सृष्टी – सृष्टी रचना

सूक्ष्म वेद से सृष्टि रचना का वर्णन प्रभु प्रेमी आत्माएं, जब आप पहली बार सृष्टि की इस रचना के बारे में पढ़ेंगे, तो शायद आपको यह एक दंतकथा जैसी लगे। लेकिन पवित्र सद्ग्रंथों के प्रमाणों को देखने के बाद आप…

जानिये कैसे हुई परब्रह्म के सात संख ब्रह्मण्डों की स्थापना ?

परब्रह्म के सात संख ब्रह्मांडों की स्थापना कबीर परमेश्वर (कविर्देव) ने आगे बताया है कि परब्रह्म (अक्षर पुरुष) ने अपने काम में लापरवाही की। वह मानसरोवर में सो गया और जब परमेश्वर (यानी, मैंने/कबीर साहेब ने) उस सरोवर में एक…

कामाख्या मंदिर की सच्चाई- योनि पुजन Part-2

असम का प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर परिचय: कामाख्या मंदिर असम की राजधानी दिसपुर के पास, गुवाहाटी से 8 किलोमीटर दूर, नीलाचल पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर देवी सती को समर्पित एक महत्वपूर्ण शक्तिपीठ है। मंदिर से जुड़ी मान्यताएं: पौराणिक कथा…

रहस्य : जानिये संसार में क्यों नही होती ब्रह्मा की पुजा ?

माता (दुर्गा) द्वारा ब्रह्मा को शाप देना जब ब्रह्मा अपने पिता ब्रह्म (ज्योति निरंजन) की तलाश करके वापस आए, तो माता दुर्गा ने उनसे पूछा, “क्या तुम्हें अपने पिता के दर्शन हुए?” ब्रह्मा ने झूठ बोलते हुए कहा, “हाँ, मुझे…

जानिये क्यों ध्यान करने से और व्रत रखने से स्वप्न में भी शांति प्राप्त नही हो सकती ।

क्या ध्यान और व्रत करने से शांति मिलेगी? प्रश्न: मैं गीता अध्याय 6 के श्लोक 10 से 15 में बताई गई विधि के अनुसार, एक आसन पर बैठकर ध्यान करता हूँ और एकादशी का व्रत भी रखता हूँ। क्या इससे…

जानिये वेदों में कविर् अर्थात् कबीर नाम का विवरण कैसे आया ? कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तो सन् 1398 में उत्पन्न हुए हैं?

आपने एक बहुत ही महत्वपूर्ण और गहन आध्यात्मिक प्रश्न पूछा है। आपके द्वारा प्रदान किए गए लेख को मैंने आपकी इच्छानुसार फिर से लिखा है, जिसमें सभी जानकारी को बरकरार रखा गया है और इसे वर्डप्रेस-शैली के अनुसार फ़ॉर्मेट किया…

जानिये कौन थे संत गरीबदास और उनकी जीवनी के बारे में

संत गरीबदास जी महाराज की जीवनी आदरणीय गरीबदास साहेब जी का आविर्भाव सन् 1717 में हुआ। उन्हें परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन दस वर्ष की आयु में सन् 1727 में नला नामक खेत में हुए। उनका सतलोक वास सन्…

महन्त व गद्दी परम्परा – एक पाखंड – महंत परम्परा की हकीकत

गद्दी तथा महन्त परम्परा की जानकारी महंत और गद्दी परंपरा की शुरुआत किसी एकांत स्थान, शहर या गाँव में रहने वाले महान संत या साधक की मृत्यु के बाद होती है। उनकी याद बनाए रखने के लिए, उनके अंतिम संस्कार…

जानिये स्वर्ग किसे कहते हैं और ये है क्या चीज..?

स्वर्ग की क्या परिभाषा है? स्वर्ग को एक होटल (रेस्टोरेंट) की तरह समझें। जैसे कोई धनी व्यक्ति गर्मियों में शिमला या कुल्लू-मनाली जैसे ठंडे स्थानों पर जाता है। वहाँ वह किसी होटल में ठहरता है, जहाँ उसे कमरे और खाने…