Category Short Stories

शरण पड़े को सतगरू संभाले, जानकर बालक भोला रे ।

सेवा और दर्शनों का अर्थ एक बार एक सत्संग कार्यक्रम के बाद, गुरु जी स्टेज पर ही बैठे थे ताकि सभी भक्त आसानी से उनके दर्शन कर सकें। जब सारी संगत दर्शन और सेवा अर्पित कर चुकी, तब भी गुरु…

कामाख्या मंदिर की सच्चाई- योनि पुजन Part-2

असम का प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर परिचय: कामाख्या मंदिर असम की राजधानी दिसपुर के पास, गुवाहाटी से 8 किलोमीटर दूर, नीलाचल पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर देवी सती को समर्पित एक महत्वपूर्ण शक्तिपीठ है। मंदिर से जुड़ी मान्यताएं: पौराणिक कथा…

महन्त व गद्दी परम्परा – एक पाखंड – महंत परम्परा की हकीकत

गद्दी तथा महन्त परम्परा की जानकारी महंत और गद्दी परंपरा की शुरुआत किसी एकांत स्थान, शहर या गाँव में रहने वाले महान संत या साधक की मृत्यु के बाद होती है। उनकी याद बनाए रखने के लिए, उनके अंतिम संस्कार…

जानिये स्वर्ग किसे कहते हैं और ये है क्या चीज..?

स्वर्ग की क्या परिभाषा है? स्वर्ग को एक होटल (रेस्टोरेंट) की तरह समझें। जैसे कोई धनी व्यक्ति गर्मियों में शिमला या कुल्लू-मनाली जैसे ठंडे स्थानों पर जाता है। वहाँ वह किसी होटल में ठहरता है, जहाँ उसे कमरे और खाने…

ब्राह्मण का राज उनके ज्ञान पर नहीं तुम्हारे अज्ञान पर टिका है ।

ब्राह्मण का राज उनके ज्ञान पर नहीं, तुम्हारे अज्ञान पर टिका है ब्राह्मण तुमसे पेड़, पत्थर, धरती, आकाश, जल, अग्नि, वायु, देहरी (चौखट), तस्वीर, लोहा, ईंट, पशु, पक्षी या जो कुछ भी उन्हें दिखाई दिया, सब पुजवा सकता है। यहाँ…

संकट मोचन कबीर साहेब हैं ।

संकट मोचन कबीर साहेब हैं किसी भी कर्म या संकट की स्थिति में, हमें किसी अन्य इष्ट देवता या माता मसानी आदि की पूजा नहीं करनी चाहिए, और न ही किसी प्रकार की बुझाई पड़वानी चाहिए। केवल बंदी छोड़ कबीर…

भक्ति बिना बनोगी कुतिया , राम भजो न रांडो – पुहलो बाई की नसीहत

पुहलो बाई की नसीहत: भक्ति का असली रूप एक राजा ने पुहलो बाई के ज्ञान और विचारों को सुना और वह उनसे बहुत प्रभावित हुआ। राजा की तीन रानियाँ थीं, और उसने कई बार उनके सामने पुहलो बाई की प्रशंसा…

नर्सी भगत की हुंडी के पैसे कृष्ण जी ने नही बल्कि किसी साहुकार ने दिये होगे-दयानंद

नर्सी भगत की हुंडी के पैसे कृष्ण जी ने नहीं, बल्कि किसी साहूकार ने दिए होंगे: दयानंद सत्यार्थ प्रकाश, समुल्लास 11, पेज 220 दयानंद जी से किसी ने प्रश्न किया, “द्वारिका के रणछोड़ यानी कृष्ण जी ने नर्सी मेहता की…

जब मीराबाई ने श्री कृष्ण से पुछा – ” क्या आपकी भी …”

भक्ति की सच्ची सीख: मीरा बाई की कहानी भक्ति की साक्षात मूरत मीरा बाई को कौन नहीं जानता? हम सभी जानते हैं कि वह बचपन से ही श्री कृष्ण जी की उपासक थीं। उनके अधिकतर भजनों में कृष्ण जी की…

सवाल करो इन पाखंडी धर्मगुरुओ से…

जागो और पाखंडी धर्मगुरुओं से सवाल करो यह लेख लोगों से पाखंडी धर्मगुरुओं और मीडिया चैनलों द्वारा फैलाए गए अज्ञान पर सवाल उठाने का आग्रह करता है। इसमें कई धार्मिक ग्रंथों और ऐतिहासिक घटनाओं का हवाला देते हुए यह सिद्ध…