Category Religions

निरबांन निरंजन चीन्हि भईया | Nirban Niranjan Chinha Bhaiya Shabad by Sant Rampal Ji

निरबांन निरंजन चीन्हि भईया | हिंदी लिरिक्स निरबांन निरंजन चीन्हि भईया, दुःख दालिद्र मोक्ष करै कर्त्ता।गर्भबास मिटे निज नाम रटै, क्यौं जुगन जुगन चोले धरता।।1।। चल थीर करौं अबिगत नगरी, तूं लख चौरासी क्यूं फिरता।सत संगति ले निज साधुन की,…

और बात तेरे काम ना आवै | Nitanand Ji Shabad by Sant Rampal Ji with Hindi & English Lyrics

और बात तेरे काम ना आवै हिंदी लिरिक्स | Nitanand Ji Shabad by Sant Rampal Ji और बात तेरे काम ना आवै सन्तों शरणै लाग रे। क्या सोवै गफलत में बन्दे जाग-जाग नर जाग रे।। तन सराय में जीव मुसाफिर…

सम्पूर्ण भोग की वाणी | भोग की आरती | भोग की विधि – संत रामपाल जी महाराज | Complete Bhog Ki Vaani by Sant Rampal Ji Maharaj

।। अथ शब्द – मोकूं कहां ढूंढे रे बंदे ।। मोकूं कहां ढूंढे रे बंदे, मैं तो तेरे पास में।।टेक।। ना तीरथ में ना मूरत में, ना एकान्त निबास में।ना मन्दिर में, ना मस्जिद में, ना काशी कैलाश में।।1।। ना…

Guru Purnima 2025 Date: गुरु पूर्णिमा का महत्व, मुहूर्त और पूजा विधि | सच्चे गुरु का महत्त्व

गुरु पूर्णिमा 2020:- गुरु पूर्णिमा (पूर्णिमा) एक गुरु-शिष्य के रिश्ते को मनाने का दिन है। आज इस ब्लॉग में, हम सीखेंगे कि 2022 में गुरु पूर्णिमा कब है, गुरु का महत्व, सच्चे गुरु की क्या पहचान है, जो सतगुरु है, उसके बारे में हमारे पवित्र शास्त्र क्या कहते है, और विशेष संदेश।

ए जी ए जी साधो, सारशब्द मोहे पाया | नामदेव जी शब्द लिरिक्स के साथ | Sant Rampal Ji Maharaj

ए जी ए जी साधो, सारशब्द मोहे पाया | नामदेव जी शब्द | Sant Rampal Ji Maharaj | BKPK VIDEO एजी-एजी साधो, सार शब्द मोहे पाया ।। कलह कल्पना मन की मेटी, भय और कर्म नशाया ।। रूप न रेख…

कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु | मगहर में क्या हुआ जब कबीर साहेब ने सतलोक जाने की लीला की?

कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु | हिंदी लिरिक्स | कबीर साहेब मगहर कीन्हाँ मघर पियांना हो,दोन्यू दीन चले संगि जाकै,हिंदू मुसलमांना हो।।टेक।। मुक्ति खेत कूं छाड़ि चले हैं,तजि काशी असथांना हो। शाह सिकंदर कदम लेत है,पातिशाह सुलतांना हो।।1।। च्यारि बेद के…

देख्या मगहर जहूरा सतगुरु हो | हिंदी लिरिक्स | संत रामपाल जी महाराज

देख्या मघर जहूरा हो, काशी में कीर्ति करि चाले, झिलमिल देही नूरा हो।।टेक।। माया आदि अर्श तैं उतरी, बनी अपसरा हूरा हो।हम तौ बरैं कबीर पुरुष कूं, तूं है दुलहा पूरा हो।।1।। माया कहै कबीर पुरुष सैं, देखो बदन जहूरा…

बाबा फरीद (हजरत ख्वाजा फरीद्दुद्दीन गंजशकर – حضرت بابا فرید الدین مسعود گنج شکر) की जीवनी | Sant Rampal Ji Maharaj

शेख फरीद की कथा एक समय की बात है, एक शेख फरीद नाम के मुस्लिम भक्त थे, जो बचपन में बहुत शरारती थे। उनकी माता चाहती थीं कि वह नमाज़ पढ़ें, लेकिन वह नहीं मानते थे। एक दिन उनकी माँ…