Category Reality Of Maharshi Dyanand

दयानंदभाष्य खंडनम् – दयानन्द की मुर्खता की पोल-खोल (भाग-05)

दयानंद का यजुर्वेद भाष्य लेख में यजुर्वेद 16/9 के मंत्र को उद्धृत किया गया है: “नमस्ते रूद्र मन्यव उतो त इषवे नमः। बाहुभ्यामुत ते नमः॥” दयानंद के भाष्य के अनुसार, इस मंत्र में रुद्र को “दुष्ट शत्रुओं को रुलाने वाले…

नर्सी भगत की हुंडी के पैसे कृष्ण जी ने नही बल्कि किसी साहुकार ने दिये होगे-दयानंद

नर्सी भगत की हुंडी के पैसे कृष्ण जी ने नहीं, बल्कि किसी साहूकार ने दिए होंगे: दयानंद सत्यार्थ प्रकाश, समुल्लास 11, पेज 220 दयानंद जी से किसी ने प्रश्न किया, “द्वारिका के रणछोड़ यानी कृष्ण जी ने नर्सी मेहता की…

सत्यार्थ प्रकाश से निराशाजनक किताब कोई नही – महात्मा गाँधी (भाग-12)

महात्मा गांधी के विचार: महर्षि दयानन्द और ‘सत्यार्थ प्रकाश’ इस लेख में महात्मा गांधी के विचारों को उनके अख़बार ‘यंग इंडिया’ के हवाले से प्रस्तुत किया गया है, जहाँ उन्होंने महर्षि दयानन्द सरस्वती और उनकी पुस्तक ‘सत्यार्थ प्रकाश’ पर अपनी…

महर्षि दयानन्द : मुर्खता की हद – दयानन्द की पोल-खोल (भाग-11)

‘सत्यार्थ प्रकाश’ के तृतीय समुल्लास का सच यह लेख महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा लिखित ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के तीसरे समुल्लास में दिए गए एक श्लोक की व्याख्या पर सवाल उठाता है। लेख में दयानन्द द्वारा किए गए अर्थ को गलत बताते…

दयानंद : पैदाइशी महामुर्ख – दयानन्द का पर्दाफाश (भाग-10)

दयानंद का महाअज्ञान: यजुर्वेद के भाष्यों पर सवाल यह लेख महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा यजुर्वेद के कुछ मंत्रों पर किए गए भाष्यों (व्याख्याओं) की कड़ी आलोचना करता है। लेखक दयानंद पर अज्ञानता, परस्पर विरोधी बातें कहने और अश्लील अर्थ निकालने…

दयानंद आत्मचरित – एक अधूरा सच-दयानन्द की पोल-खोल (भाग-09)

दयानंद आत्मचरित – एक अधूरा सच यह लेख महर्षि दयानंद सरस्वती की जीवनी पर एक आलोचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। इसमें उनके आत्मचरित और आर्य समाजियों द्वारा बताई गई जीवनी के बीच के विरोधाभासों को उजागर किया गया है। लेखक…

सत्यार्थ प्रकाश सप्तम संमुल्लास – दयानन्द की पोल-खोल (भाग-08)

दयानंद का महाअज्ञान: सत्यार्थ प्रकाश का सच यह लेख महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा लिखित ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के सातवें समुल्लास में दिए गए कुछ श्लोकों की व्याख्या पर गंभीर सवाल उठाता है। लेखक दयानंद पर अज्ञानता और धोखेबाजी का आरोप लगाते…

वेदों के तथाकथित ज्ञाता दयानंद निकले महामुर्ख – दयानन्द का पर्दाफाश (भाग-07)

वेदों के तथाकथित ज्ञाता दयानंद निकले महामुर्ख दयानंद महर्षि या फिर अव्वल दर्जे का महाअज्ञानी ?? पढने के पश्चात स्वयं निर्णय करें  दयानंद सत्यार्थ प्रकाश के एकादश समुल्लास में लिखते है कि “नानक जी को ज्ञान नहीं था” अब उन महापुरूष…

दयानंदी जिहाद- दयानन्द की पोल-खोल (भाग-06)

दयानंद की बुद्धि में गोबर (दयानंदी जिहाद) दयानंद मत लड़ाई में स्त्रियाँ भी धन संपदा आदि की भाँति लूटने और बाटने की वस्तु। सत्यार्थ प्रकाश षष्ठ समुल्लास.दयानंद लिखते है –रथाश्वं हस्तिनं छत्रं धनं धान्यं पशून्स्त्रियः  ।सर्वद्रव्याणि कुप्यं च यो यज्जयति…

महामुर्ख दयानन्द और ‘सत्यानाश प्रकाश’ की पोल खोल – भाग 03

नियोग (भाग-1) यह लेख महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा लिखित ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के चतुर्थ समुल्लास में वर्णित ‘नियोग’ प्रथा पर आधारित है। यह पुनर्विवाह के विकल्प के रूप में प्रस्तावित एक प्रथा है, जिसका उद्देश्य कुल की परंपरा को जारी रखना…