तंबाकू, घोड़ा और गरीबदास जी | एक ऐसा गावं जहाँ हुक्का वर्जित है | Sant Rampal Ji Maharaj
Sant Garib Das was a spiritual leader and called Acharaya, spiritual reformer and founder of the Garibdasi panth who follow his preachings.
Sant Garib Das was a spiritual leader and called Acharaya, spiritual reformer and founder of the Garibdasi panth who follow his preachings.
God Kabir come and meet to Rani Chitrekha and Raja Rai Harchand, king Ambarish, Chandravijaya and his wife Karmavati, Chandravijaya and his wife’s name was Rani Indramati, Raja Bhoj, Raja Muchkundahi, Raja Chandrahas, Raja Vidur and Raja named Dhundul, Veer Singh Baghel, King of Delhi, Sikandar Lodhi, Bijli Khan Pathan, Ibrahim ibn Adham, Indradaman, King Bhopal of Jalandhar city, Bhagat Pipa, Baba Wajeed, Noser Khan Pathan, Raja Amar Singh, Raja Jagjivan, Raja Veer Singh and Raja Kanak Singh.
Baba Farid, or Baba Sheikh Farid, or Khwaja Farīduddīn Mas'ūd Ganjshakar was a Sufi preacher and one of the most significant saints in Punjab during the 12th century.
इस्लामिक प्रवक्ता जाकिर नाइक का भंडाफोड़: हिंदू धर्म ग्रंथों की गलत व्याख्या प्रस्तुत लेख में इस्लामिक धर्म के एक प्रमुख वक्ता जाकिर नाइक पर हिंदू धर्म के पवित्र शास्त्रों के श्लोकों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने का आरोप लगाया गया है।…
पवित्र शिव महापुराण में सृष्टि रचना का प्रमाण पवित्र शिव महापुराण (गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित, अनुवादक श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार) में सृष्टि की उत्पत्ति का प्रमाण मिलता है। इस ग्रंथ के अध्याय 6, रुद्र संहिता, पृष्ठ 100 पर कहा…
ब्रह्म (काल) की स्वयं को गुप्त रखने की प्रतिज्ञा तीनों पुत्रों (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) के जन्म के बाद, ब्रह्म ने अपनी पत्नी दुर्गा (प्रकृति) से कहा, “मैं यह प्रतिज्ञा करता हूँ कि भविष्य में मैं किसी को भी अपने वास्तविक…
तीनों गुण क्या हैं? प्रमाणित तथ्यों के साथ वेदों और पुराणों के अनुसार, रजगुण ब्रह्मा जी, सतगुण विष्णु जी, और तमगुण शिव जी को कहा गया है। ये तीनों गुण ब्रह्म (काल) और प्रकृति (दुर्गा) से उत्पन्न हुए हैं और…
श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी व श्री शिव जी की उत्पत्ति Previous Post: Next Post: काल (ब्रह्म) ने प्रकृति (दुर्गा) से कहा कि, “अब मेरा कौन क्या बिगाड़ेगा? मनमानी करूँगा।” प्रकृति ने फिर प्रार्थना की, “आप कुछ शर्म करो।…
विष्णु का अपने पिता (काल/ब्रह्म) की प्राप्ति के लिए प्रस्थान व माता का आशीर्वाद पाना इसके बाद प्रकृति ने विष्णु से कहा, “पुत्र, तू भी अपने पिता का पता लगा ले।” तब विष्णु अपने पिताजी काल (ब्रह्म) का पता करते-करते…
असम का प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर परिचय: कामाख्या मंदिर असम की राजधानी दिसपुर के पास, गुवाहाटी से 8 किलोमीटर दूर, नीलाचल पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर देवी सती को समर्पित एक महत्वपूर्ण शक्तिपीठ है। मंदिर से जुड़ी मान्यताएं: पौराणिक कथा…