Category Kabir Sahib

क्या आप जानते हैं कैसे हुई ब्रह्मा, विष्णु, व शिव जी की उत्पत्ति । सृष्टी रचना

श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी व श्री शिव जी की उत्पत्ति Previous Post: Next Post: काल (ब्रह्म) ने प्रकृति (दुर्गा) से कहा कि, “अब मेरा कौन क्या बिगाड़ेगा? मनमानी करूँगा।” प्रकृति ने फिर प्रार्थना की, “आप कुछ शर्म करो।…

जानिये रहस्य : आत्माऐं काल के जाल में कैसे फंसी । सृष्टी रचना

आत्माएं काल के जाल में कैसे फंसी? यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और रहस्यमय विषय है कि आखिर हम आत्माएं काल (ज्योति निरंजन) के जाल में कैसे फंस गईं। इसकी शुरुआत तब हुई जब पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर प्रभु) के…

जानिये कैसे हुई परब्रह्म के सात संख ब्रह्मण्डों की स्थापना ?

परब्रह्म के सात संख ब्रह्मांडों की स्थापना कबीर परमेश्वर (कविर्देव) ने आगे बताया है कि परब्रह्म (अक्षर पुरुष) ने अपने काम में लापरवाही की। वह मानसरोवर में सो गया और जब परमेश्वर (यानी, मैंने/कबीर साहेब ने) उस सरोवर में एक…

जानिये वेदों में कविर् अर्थात् कबीर नाम का विवरण कैसे आया ? कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तो सन् 1398 में उत्पन्न हुए हैं?

आपने एक बहुत ही महत्वपूर्ण और गहन आध्यात्मिक प्रश्न पूछा है। आपके द्वारा प्रदान किए गए लेख को मैंने आपकी इच्छानुसार फिर से लिखा है, जिसमें सभी जानकारी को बरकरार रखा गया है और इसे वर्डप्रेस-शैली के अनुसार फ़ॉर्मेट किया…

जानिये कौन थे संत गरीबदास और उनकी जीवनी के बारे में

संत गरीबदास जी महाराज की जीवनी आदरणीय गरीबदास साहेब जी का आविर्भाव सन् 1717 में हुआ। उन्हें परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन दस वर्ष की आयु में सन् 1727 में नला नामक खेत में हुए। उनका सतलोक वास सन्…

संकट मोचन कबीर साहेब हैं ।

संकट मोचन कबीर साहेब हैं किसी भी कर्म या संकट की स्थिति में, हमें किसी अन्य इष्ट देवता या माता मसानी आदि की पूजा नहीं करनी चाहिए, और न ही किसी प्रकार की बुझाई पड़वानी चाहिए। केवल बंदी छोड़ कबीर…

दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल

जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार।  दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजनहार।। Jin mokun nij naam diya, soi Satguru humaar।  dadu doosra koi nahin, Kabir srjan haar ।। दादू नाम कबीर की, जै कोई लेवे ओट।  उनको कबहू…

ऐसा राम कबीर ने जाना। धर्मदास सुनियो दै काना।।

ऐसा राम कबीर ने जाना। धर्मदास सुनियो दै काना।। सुन्न के परे पुरुष को धामा। तहँ साहब है आदि अनामा।। ताहि धाम सब जीवका दाता। मैं सबसों कहता निज बाता।। रहत अगोचर (अव्यक्त)सब के पारा। आदि अनादि पुरुष है न्यारा।।…

जो कहते है कि ”किसने देखा है भगवान ?” तो जानिये किस-किस ने देखा भगवान को ।

जो कहते हैं कि “किसने देखा है भगवान?”, हाँ, “हमने देखा भगवान” जैसा कि वेदों में परमात्मा की महिमा का वर्णन है कि वह परमात्मा ज्ञान उपदेश देने की इच्छा से अपनी पुण्यात्माओं को आकर मिलता है। परमेश्वर कबीर साहेब…

प्रमाण के साथ देखिये नानक जी को कैसा दिखा भगवान ? ( तीन विभिन्न भाषाओं में )

मलार महला १ (Page 1257, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी)  गुरु नानक देव जी की बानी बागे कापड़ बोलै बैण ॥ लमा नकु काले तेरे नैण ॥ कबहूं साहिबु देखिआ भैण ॥१॥ ऊडां ऊडि चड़ां असमानि ॥ साहिब सम्रिथ तेरै…