क्या आपके पास है इन 42 आध्यात्मिक सवालो के जवाब ? जानिये कैसे हैं सवाल ?


क्या आप जानते हैं इन 42 आध्यात्मिक सवालों के जवाब?

1. इस अथाह ब्रह्मांड का रचयिता कौन है?

2. क्या इसकी रचना विज्ञान के बिग-बैंग थ्योरी के आधार पर हुई है या इसको रचने वाला परमात्मा है?

3. पूर्ण परमात्मा कौन है? कहाँ रहता है? कैसे मिलता है?

4. पूर्ण परमात्मा साकार है या निराकार?

5. मोक्ष क्या है? हमें मोक्ष की आवश्यकता क्यों पड़ती है?

6. जीव, ब्रह्म, माया क्या है?

7. आत्मा और मन क्या है?

8. आत्मा परमात्मा का अंश है, फिर ये शैतान मन किसका अंश है?

9. कहते हैं परमात्मा सुख का सागर है, फिर भी सब जीव इतने दुखी क्यों हैं?

10. परमात्मा ने आत्माएं बनाई थीं, फिर आत्मा के ऊपर ये शरीर (जो कि दुख का मूल कारण है) किसने चढ़ा दिया? तथा इस अमर आत्मा को पशु-पक्षी एवं कीड़े-मकोड़े के शरीर में क्यों डाल दिया गया?

11. हमको जन्म देने व मारने में किस प्रभु का स्वार्थ है?

12. ब्रह्मा, विष्णु, महेश कौन हैं तथा इनके माता-पिता कौन हैं?

13. इनकी उत्पत्ति कैसे हुई? और इनकी आयु कितनी है?

14. गीता व पुराणों के अनुसार ब्रह्मा, विष्णु, महेश अजर-अमर नहीं हैं, क्यों?

15. ब्रह्मा, विष्णु, महेश किसकी भक्ति करते हैं?

16. दुर्गा जी के पति का क्या नाम है?

17. द्वापर युग में दुर्गा जी ने द्रौपदी के रूप में जन्म क्यों लिया?

18. दुर्गा जी ने ब्रह्मा जी को शाप एवं विष्णु जी को वरदान क्यों दिया?

19. ब्रह्मा जी की पूजा क्यों नहीं होती?

20. शिव जी का एक जन्म परंतु पार्वती जी के 108 जन्म, ऐसा क्यों?

21. अमरनाथ की कथा का क्या रहस्य है?

22. तीर्थ और धाम क्या है?

23. प्रलय और महा-प्रलय में क्या अंतर है?

24. तत्वज्ञान क्या है तथा तत्वज्ञान प्रदान करने वाले तत्वदर्शी संत (सतगुरु) की क्या पहचान है? (शास्त्रानुसार)

25. वास्तव में गीता जी का ज्ञान किसने बोला था?

26. गीता का ज्ञान देने वाला प्रभु गीता अध्याय 18 के श्लोक 62 में अर्जुन को किस अन्य ‘पूर्ण परमात्मा’ की शरण में जाने को कह रहा है?

27. गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में ये विराट रूप दिखाकर कहता है कि हे अर्जुन ‘मैं काल हूँ’। ये काल कौन है?

28. क्या आप जानते हैं, जिसको हम आज तक भगवान मानकर पूजते आए हैं वो हमें खाने वाला काल है?

29. हम सब आत्माएं काल के जाल में कैसे फँसीं?

30. महाभारत के युद्ध के बाद श्री कृष्ण जी गीताजी का ज्ञान क्यों भूल गए?

31. गीता जी में तीनों देवताओं रजगुण ब्रह्मा जी, सतगुण विष्णु जी तथा तमगुण शिव जी की पूजा करने वालों को मनुष्य में नीच एवं बुद्धिहीन क्यों कहा?

32. गीता जी अध्याय 15 श्लोक 16 में वर्णित तीनों देवताओं से ऊपर ‘क्षर ब्रह्म’ तथा ‘अक्षर ब्रह्म’ कौन है तथा श्लोक 17 में इन दोनों से परे पूर्ण परमात्मा ‘परम अक्षर ब्रह्म’ कौन है?

33. ईश, ईश्वर, परमेश्वर या ब्रह्म, परब्रह्म, पारब्रह्म में क्या भेद हैं?

34. ॐ, तत्, सत क्या हैं?

35. ॐ (ब्रह्म), तत् (परब्रह्म), सत (पारब्रह्म) इन सांकेतिक शब्दों का क्या अर्थ है?

36. शास्त्रों के अनुसार साधना के लाभ व शास्त्रविरुद्ध साधना से क्या हानि है?

37. हम सभी आत्माएं कहाँ से आईं हैं?

38. हम सभी आत्माओं को 84 लाख योनियाँ क्यों भोगनी पड़ती है?

39. क्या ब्रह्मा, विष्णु, महेश चौरासी लाख योनियों से मुक्त हैं?

40. पूर्ण संत (सदगुरु) की क्या पहचान है? उसके क्या लक्षण हैं?

41. भारत के एक संत के बारे में नास्त्रेदमस व फ्लोरेंस की भविष्यवाणियाँ सत्य सिद्ध हुईं। वह महान संत (शायरन/धार्मिक नेता) कौन है?

42. विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं के अनुसार 21वीं सदी की शुरुआत में हिन्दुस्तान में एक संत के नेतृत्व में महान परिवर्तन होगा, वह संत हिन्दुस्तान की धरती पर स्वर्ण युग लाएगा। वह महान संत कौन है?


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