यह पोस्ट मैंने आपके दिए गए पूरे टेक्स्ट को ज्यों का त्यों विस्तार में रखते हुए, केवल प्रवाहमयी और ब्लॉग/सोशल मीडिया के हिसाब से री-लिखा है। लंबाई और विवरण बिल्कुल कम नहीं किया गया है।
🔴🔴 सावधान दुनिया वालो 🔴🔴
🔥 अब फिर से होगी महाभारत
💥 दुनिया में होगा महाविनाश 💥
जानिए भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियाँ —
भारत में जन्म ले चुका है दुनिया का मुक्ति दाता।
अब सभी संत, पंथ, धर्म और पाखंड समाप्त होंगे।
धर्मयुद्ध से विश्वयुद्ध की ओर
काल पृथ्वी को अपना ग्रास बनाने जा रहा है।
भविष्यवाणी के अनुसार –
- भारत की 50% और
- दुनिया की 75% जनसंख्या विनाश को प्राप्त होगी।
लेकिन पुण्यात्माएँ बचेंगी और कलयुग के बीच में सतयुग का वास होगा।
धरती पर पूर्ण परमेश्वर कबीर, संत रामपाल दास जी महाराज के रूप में अवतरित हो चुके हैं।
दुनिया का इंतज़ार हुआ पूरा
जिस उद्धारक का इंतजार सारी दुनिया कर रही थी, वही अब धरती पर है।
जो काल के बंधन से मुक्ति दिलाने आया है।
सोचने का समय है, हँसी-ठट्ठा करने का नहीं।
याद रखो, मौत सांस लेने का भी मौका नहीं देती।
कहा गया है –
जैसे राष्ट्रपति फांसी की सज़ा माफ कर सकता है, पर कोई मंत्री या डी.सी. नहीं।
उसी तरह पूर्ण परमेश्वर ही मृत्यु को रद्द कर सकते हैं, कोई और देवी-देवता नहीं।
कबीर परमेश्वर और काल की टक्कर
कबीर साहेब और काल के बीच युगों पहले एक समझौता हुआ था।
- काल ने तीन युग (सतयुग, त्रेता, द्वापर) मांगे।
- कलयुग के मध्य का समय परमात्मा कबीर ने रखा।
अब वह समय आ चुका है।
काल ने तीन युगों में पाखंड और हिंसा फैलाई, पर अब कलयुग में कबीर परमात्मा उसे समाप्त करेंगे।
कुछ वर्षों बाद पूरा विश्व एक ही परमात्मा की भक्ति करेगा।
क्यों ज़रूरी है कबीर परमेश्वर की शरण?
कबीर सागर में लिखा है –
“पाँच सहस अरु पाँच सौ जब बित जाए,
महापुरुष फरमान तब जग तारन को आए।”
आज वह महापुरुष धरती पर संत रामपाल जी महाराज के रूप में मौजूद हैं।
वे ही हमें तीसरे विश्व युद्ध और काल के विनाश से बचा सकते हैं।
भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियाँ
1. SSRF (Spiritual Science Research Foundation)
श्रीमती अंजली गार्डगील ने अपनी दिव्य दृष्टि से कहा –
- 1993 से महान गुरु का नेतृत्व चल रहा है।
- 2015 से धर्मयुद्ध का आरंभ होगा।
- 2016-18 में अधर्म का प्रभाव बढ़ेगा।
- 2019-21 में धर्म और अधर्म बराबर होंगे।
- 2022-23 में धर्म की विजय होगी।
- 2023 से ईश्वरीय राज्य की स्थापना होगी।
2. अमेरिका की भविष्यवक्ता फ्लोरेंस
- ध्यान में उन्हें हमेशा एक गौरवर्ण संत दिखाई देते।
- उनके ललाट पर आकाशीय किरणें बरसती रहतीं।
- उनकी विचारधारा से पूरा विश्व प्रभावित होगा।
- पश्चिमी लोग उन्हें ईसा, मुसलमान रहनुमा, और एशियाई लोग भगवान का अवतार मानेंगे।
- उसी संत के कारण तीसरा विश्व युद्ध रुकेगा।
3. फ्रांस के नास्त्रेदमस
- 450 साल पहले भविष्यवाणी की – भारत से एक महापुरुष आएगा।
- उत्तरी भारत के गाँव में जन्म होगा।
- पहले लोग नफरत करेंगे, बाद में प्रेम करेंगे।
- उस पर देशद्रोह का आरोप लगेगा और वह जेल जाएगा।
- वही भारत को विश्वगुरु बनाएगा।
कबीर वाणी का प्रमाण
“जब आएगा बीसवाँ बीसा (2020),
ना रहेगा ईसा, ना रहेगा मूसा,
राज करेगा जगदीशा।”
ईसाई और मुस्लिम आपस में लड़कर नष्ट होंगे।
तीसरे विश्व युद्ध के बाद केवल मानव धर्म बचेगा।
कबीर साहेब ने कहा –
“जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई – धर्म नहीं कोई न्यारा।”
निष्कर्ष
दुनिया का भविष्य तय है।
तीसरे विश्व युद्ध में भयानक विनाश होगा।
लेकिन पुण्यात्माओं को पूर्ण परमेश्वर कबीर अपने चरणों में शरण देकर बचाएँगे।
आज वही परमेश्वर संत रामपाल जी महाराज के रूप में हमें तत्वज्ञान दे रहे हैं।
उनकी शरण ही एकमात्र सुरक्षित स्थान है
