सतभक्ति का उद्देश्य और उसके लाभ
सच्ची भक्ति करने का मूल उद्देश्य क्या है, और इससे क्या-क्या लाभ मिलते हैं? हमें किस लक्ष्य को ध्यान में रखकर नाम दीक्षा लेनी चाहिए और सतभक्ति करनी चाहिए? सतभक्ति का सबसे बड़ा लाभ क्या है और इसके अतिरिक्त हमें क्या मिलता है?
इन प्रश्नों का बहुत ही स्पष्ट उत्तर संत रामपाल जी महाराज ने दिया है। उनके अनुसार, सच्ची भक्ति का मुख्य उद्देश्य मोक्ष यानी मुक्ति (साल्वेशन) की प्राप्ति है। यह आत्मा की परम मुक्ति का मार्ग है।
भक्ति के इस मुख्य लक्ष्य के अलावा, सांसारिक लाभ, जैसे कि जीवन में सुख-समृद्धि, और उत्तम स्वास्थ्य, हमें सच्ची साधना के उप-उत्पाद (by-product) के रूप में मिलते हैं। ये लाभ हमें बिना मांगे ही प्राप्त हो जाते हैं।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सच्ची पूजा में सफलता के लिए, साधक को पूर्ण विश्वास रखना चाहिए। भक्ति की मर्यादा का पालन करना और धैर्य बनाए रखना आवश्यक है। जब कोई भक्त इन नियमों का पालन करता है, तो उसे निश्चित रूप से सतभक्ति के सभी लाभ मिलते हैं।
