अमेरिका की भविष्यवक्ता फ्लोरेंस की भविष्यवाणी और संत रामपाल जी महाराज
विश्व के इतिहास में समय-समय पर अनेक भविष्यवक्ताओं ने आने वाले युग की झलक दिखलाई है। इन्हीं में से एक अमेरिका की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता फ्लोरेंस थीं। उनकी भविष्यवाणियाँ आज भी लोगों को अचंभित करती हैं, क्योंकि उन्होंने बीसवीं सदी के अंत और इक्कीसवीं सदी की शुरुआत में होने वाले घटनाक्रम का सटीक वर्णन किया था।
फ्लोरेंस की भविष्यवाणी: भारत से उठेगी नई विचारधारा
फ्लोरेंस ने अपनी पुस्तक “द फाल ऑफ सेंशेसनल कल्चर” में लिखा था कि सन 2000 आते-आते प्राकृतिक संतुलन बिगड़ जाएगा। समाज में दुराचार चरम पर होगा, पश्चिमी देशों के लोग भोग-विलास में डूबे हुए निराशा और अशांति से ग्रसित होंगे। चारों ओर हिंसा और बर्बरता का वातावरण होगा।
परंतु इसी भयावह समय में भारत से एक नई विचारधारा उठेगी, जो दुनिया को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाएगी। यह विचारधारा—
- वैज्ञानिक दृष्टि से संतुलित होगी,
- भाईचारे और एकता का संदेश देगी,
- धर्म और विज्ञान के विरोध को मिटाकर आध्यात्मिकता की उच्चता और भौतिकता के खोखलेपन को उजागर करेगी।
फ्लोरेंस ने कहा था कि यह विचारधारा मध्यमवर्ग को सबसे अधिक प्रभावित करेगी और यही वर्ग आगे चलकर पूरे समाज को प्रेरित करेगा।
महान संत का आगमन
फ्लोरेंस ने अपनी “गोल्डन लाइट ऑफ न्यू एरा” पुस्तक में एक संत का वर्णन किया—
- गौरवर्ण, सफेद बालों वाला,
- मुख पर अद्भुत तेज,
- ललाट पर आकाश से बरसती दिव्य किरणें।
वह संत अपनी सत्य विचारधारा और अनुशासित अनुयायियों की शक्ति से सम्पूर्ण विश्व को नए ज्ञान का प्रकाश देंगे। उनमें इतनी शक्ति होगी कि वे प्राकृतिक परिवर्तन भी कर सकेंगे। उनका कार्य पूर्णतः वैज्ञानिक ढंग से होगा।
फ्लोरेंस ने यह भी कहा—
“इस संत की विचारधारा से पश्चिम के लोग उन्हें ईसा मसीह, मुसलमान उन्हें सच्चा रहनुमा और एशिया के लोग भगवान का अवतार मानेंगे।”
आने वाला समय और विश्व परिवर्तन
फ्लोरेंस ने भविष्यवाणी की थी कि:
- 1979–80 के बाद भूकंप और प्राकृतिक आपदाएँ बढ़ेंगी,
- तीसरे विश्वयुद्ध का भय सबके मन में घर करेगा,
- परंतु भारत के आध्यात्मिक प्रवृत्ति वाले नेता विश्वयुद्ध को रोकने में सफल होंगे।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारत से निकली यह नई विचारधारा विश्व भर में क्रांति लाएगी। सत्ता लोलुप नेताओं के स्थान पर सच्चरित्र संतों की आवाज़ सुनी जाएगी।
दिव्य महापुरुष का जिक्र
फ्लोरेंस ने बार-बार यह स्वीकार किया कि ध्यानावस्था में उन्हें उत्तरी भारत के एक दिव्य महापुरुष दिखाई देते हैं।
वह महापुरुष—
- लोकशक्ति का नया रूप जगाएंगे,
- सत्ताधारियों की मनमानियों पर अंकुश लगाएंगे,
- सोई हुई आध्यात्मिक चेतना को जगाएंगे।
उनके अनुसार, यह महापुरुष पूरी दुनिया को सत्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देंगे और धरती पर स्वर्ग जैसा वातावरण निर्मित करेंगे।
निष्कर्ष
अमेरिका की भविष्यवक्ता फ्लोरेंस की यह भविष्यवाणी आज संत रामपाल जी महाराज के व्यक्तित्व और उनके मिशन पर सटीक बैठती है। संत रामपाल जी द्वारा दी गई ज्ञानगंगा—
- धर्म और विज्ञान को एक सूत्र में पिरोती है,
- नशामुक्त और कुरीतिमुक्त समाज का निर्माण करती है,
- तथा सम्पूर्ण विश्व को “एक मानव, एक धर्म” का संदेश देती है।
फ्लोरेंस ने जिस महान संत के बारे में कहा था कि उनका तेज पूरे विश्व को आलोकित करेगा, वह संत आज प्रकट हो चुके हैं और उनके अनुयायी उनके सत्संग से सत्य ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।
